सुशासन से महिला सशक्तिकरण -महतारी सदन’ से मजबूत होगी आत्मनिर्भरता की नींव गाँव में सशक्त होगी मातृशक्ति, बढ़ेगा आत्मविश्वास और आत्मसम्मान
छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक उत्थान के लिए लगातार सार्थक कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य में सुशासन की परिकल्पना अब महिलाओं के जीवन में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास भर रही है। इसी क्रम में महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक अभिनव पहल के रूप में ‘महतारी सदन’ शुरू की गई है, जो ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में सशक्त बनाएगी।
महतारी सदन योजना छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ उन्हें योजनाओं से सीधे जोड़ना है। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में महतारी सदन का निर्माण किया जाएगा। ये सदन महिला स्व सहायता समूहों के लिए एक सशक्त कार्यालय, प्रशिक्षण केंद्र और कार्यस्थल के रूप में कार्य करेंगे, जहाँ
जिले के ग्राम कनबेरी एवं बोईदा में महतारी सदन का निर्माण पूर्ण हो चुका है। जोकि पूरी तरह से आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हो रहा है। इसमें एक बड़ा हॉल, बैठक कक्ष, रसोईघर, स्टोर रूम, स्वच्छ शौचालय एवं पेयजल की सुविधा उपलब्ध है। यह व्यवस्था न केवल कार्य संचालन को सुगम बनाएगी, बल्कि महिलाओं को एक सुरक्षित और सम्मानजनक कार्यस्थल भी प्रदान करेगी।
स्वयं सहायता समूहों को मिलेगा नया आधार और नई पहचान
महतारी सदन ग्रामीण क्षेत्रों की महिला स्व सहायता समूहों के लिए नई ऊर्जा का स्रोत बनेंगे। अब तक महिलाएँ गाँवों में विभिन्न स्थलों पर अपने समूह की बैठकों या उत्पादन कार्यों का संचालन करती थीं, जिससे कई व्यावहारिक कठिनाइयाँ सामने आती थीं। लेकिन अब महतारी सदन के माध्यम से उन्हें एक स्थायी स्थान मिलेगा जहाँ वे योजनाओं पर चर्चा कर सकेंगी, उत्पाद तैयार कर सकेंगी और विभिन्न प्रशिक्षणों में भाग ले सकेंगी।
इन सदनों में प्रशिक्षण कार्यक्रम, कौशल विकास कार्यशालाएँ, उद्यमिता विकास सत्र तथा स्वरोजगार से जुड़ी गतिविधियाँ नियमित रूप से आयोजित की जाएँगी। इससे महिलाएँ उत्पादन से लेकर विपणन तक की प्रक्रियाओं में दक्ष होंगी और अपने समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बना सकेंगी। राज्य शासन का उद्देश्य है कि महिलाएँ केवल योजनाओं की लाभार्थी न बनें, बल्कि योजनाओं के क्रियान्वयन और संचालन में भी उनकी सक्रिय भूमिका हो। महतारी सदन इसी सोच को मूर्त रूप देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
महिलाओं की आवाज़ - महतारी सदन से मिले नए अवसर
महिलाओं की आवाज़ - महतारी सदन से मिले नए अवसर
कोरबा जिले के ग्राम पाता की निवासी श्रीमती सीमा टंडन बताती हैं कि, सरकार द्वारा महतारी सदन का निर्माण कराया गया है। इससे हम सभी महिलाएँ बहुत खुश हैं। अब हमें अपने समूह के कार्यों के लिए एक स्थान मिला है जहाँ हम बैठकर काम कर सकते हैं, बैठकें कर सकते हैं और प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। इससे महिलाओं को आगे बढ़ने का सुनहरा अवसर मिलेगा। हम मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय को इस पहल के लिए धन्यवाद देते हैं।
महतारी सदन केवल एक भवन नहीं, बल्कि महिलाओं की आकांक्षाओं का केन्द्र बनकर उभर रहा है। यहाँ महिलाएँ सिलाई-कढ़ाई, खाद्य प्रसंस्करण, हस्तशिल्प, अगरबत्ती निर्माण, वस्त्र निर्माण जैसी विभिन्न गतिविधियों में संलग्न होकर अपनी आजीविका चला सकेंगी। इस प्रकार यह सदन महिलाओं को सहायता से स्वावलंबन की दिशा में अग्रसर करेगा।
यह पहल न केवल महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण तक सीमित है, बल्कि उनके सामाजिक सम्मान और सहभागिता को भी बढ़ावा देती है। महिलाएँ अब पंचायत और विकास कार्यों में अधिक सक्रिय भूमिका निभा सकेंगी। इससे न केवल उनके जीवन स्तर में सुधार होगा, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी। महतारी सदन ग्रामीण छत्तीसगढ़ की उस नई सोच का प्रतीक बन चुका है जहाँ महिलाएँ केवल सहयोगी नहीं, बल्कि विकास की सहभागी हैं।

